सब्र और शुक्र दोनों का ही बड़ा दर्ज़ा होता है; सब्र मुसीबत को टालता है और शुक्र सुख और चैन को बढ़ाता है। इसलिए अगर बीवी मायके गयी हो तो शुक्र मनायें और घर पर हो तो सब्र करें।
एक आदमी ने अपने फेसबुक स्टेटस में लिखा, "पत्नी चाहिए"। 2 लड़कियों ने इसे Like किया और 140 आदमियों ने Comment किया, "मेरी ले जा"। आदमी ने दोबारा लिखा, "माँग नहीं रहा, पूछ रहा हूँ"।
हे प्रभु! जो ladyें 7 जन्मों तक एक ही पति की कामना और प्रार्थना करती हैं। आप उनको हर जन्म में 'सास' भी वही देने का जुगाड़ करें। इसी बहाने मर्दों को 'मुक्ति' मिलेगी।
शादी कितनी खतरनाक चीज है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि,............ज्यादातर शादियों में दुल्हन बारातियों के 'नागिन डांस' के बाद ही बाहर निकलती है।
प्रवचन सुनकर पत्नी जब घर लौटी तो पति से, "बाबा जी कह रहे थे कि रामराज्य में, शेर और बकरी एक ही घाट पर पानी पिया करते थे। ऐसा कैसे हो सकता है भला?" पति: हो क्यों नहीं सकता और वो तो अब भी हो रहा है, क्या मैं तुम्हारे साथ नहीं रहता?
पत्नी ने पति को फ़ोन करके पूछा, "कहाँ हो तुम?" पति: तुम्हें वो ज्वेलरी की दुकान याद है, जहाँ तुमने एक हीरे का हार पसंद किया था और तब मेरे पास पैसे नहीं थे। पत्नी (खुश होते हुए): हाँ-हाँ मुझे याद है। पति: मैं बस उसके सामने वाले सैलून में बाल कटवा रहा हूँ।
'सुख' तुम्हें उतना ही मिलेगा जितना तुमने पुण्य किया होगा; परन्तु, 'शांति' उतनी ही मिलेगी जितनी पत्नी की इच्छा होगी!
पति-पत्नी में सबसे ज्यादा शांति कब रहती है? जब पति यह नहीं सुनता कि पत्नी क्या कह रही है और पत्नी यह नहीं देखती कि पति क्या कर रहा है।