संता की टांगें नीली पड़ गईं. डॉक्टर – “जहर है …. काटनी पड़ेंगीं !” टांगें काटकर नकली लगा दी गईं. दो दिन बाद नकली टांगें भी नीली पड़ गईं. डॉक्टर – “अब बीमारी समझ में आई….. जीन्स रंग छोड़ती है …. !”
एक दिन संता के घर चोर आ गया। संता जी ने देख लिया तो चोर भागा। संता भी चोर के पीछे भागा। भागते-भागते चोर से आगे निकल गया और बोला- 'एक तो चोरी,.. ऊपर से हमसे रेस'।
एक दिन संता अपनी भाभी को पिट रहा था। राह चलते लोगो ने पूछा क्यों मार रहे हो इस बेचारी को... संता बोला- मेरी भाभी अच्छी औरत नहीं है लोगों ने पूछा- क्यू क्या हुआ। . संता बोला- यार मेरे सभी दोस्त मोबाइल पर लगे रहते हैं और जिस्से भी पूछंू तुम लोग किस्से बात कर रहे हो तो सब बोलते हैं तेरी भाभी से।
संता शराबी - हर कोई अलग-अलग टाइम बता रहा है …..चुटकुला पढ़ हंसेंगे आप