एक खूबसूरत लडकी बस स्टैंड पर खडी थी | एक नौजवान बोला- चांद तो रात में निकलता हैं , आज दिन में कैसे निकल आया ?लडकी बोली - अरे उल्लू तो रात को बोलता था , आज दिन में कैसे बोल रहा हैं |
प्रेमिका ने प्रेमी से कहा -अपनी शादी के लिए ! तुम मां से मिलकर देखों |प्रेमी बोला - नहीं डियर ! अब तुम्हारे सिवाय कोई दूसरी मेरे मन में नहीं बस सकती |
प्रेमी ने अपनी प्रेमिका से पूछा - डियर ! मैं तुम्हारे पिताजी से शादी की बात किस समय करूं ?प्रेमिका ने कहा - जब कभी मेरे पिताजी के पैर में जूते न हों |
गांव का वह शायर प्रेमी बेचारा बडा ही शर्मीला था जब उसका प्रेम शहर की एक चंचल युवती से हो गया , तो सब को हैरानी थी कि वह कैसे उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रखेगा |बाद में मालूम पडा , उसने युवती से इस रूप में कहा - नूरजहां , मेरे घर के लोगों के साथ दफनाया जाना तुम पसन्द करोगी क्या ?
यात्री ( अखबार पढते - पढते ) - अरे भाई कुली, मुझे उस डिब्बे मैं बिठाना , जहां बाते करने वाला कोई न हो , ताकि मैं अखबार पढ सकू |कुली( बाबू जी ) - आप चिन्ता न करें , मैं आपको माल गाडी के डिब्बे में बिठाऊंगा |
नुमाइश में बहुत भीड थी | एक साहब एक महिला से कहने लेगे - माफ कीजिए मैं कुछ देर आपसे बातें करना चाहता हूं |महिला - इससे आपको क्या लाभ होगा |साहब - दरअसल मेरी पत्नी खो गई है वह मुझे आपसे बातें करते हुए देखेगी तो गोली की तरह यहां पहुंच जाएगी |
पति - मुझे अपने ड्राइवर को डिसमिस करना पडेगा , कमबख्त ने चार बार मेरी जान ले ली होती |पत्नी - उसे एक मौका और दीजिए ........ना
पत्नी - सुनो जी अखबार में खबर है कि एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को बेच डाला ? पति - ओह ! कितने में ? पत्नी - एक साइकिल के बदले में , कहीं तुम भी तो ऐसा नहीं करोंगे | पति - मैं इतना मूर्ख थोडे ही हूं , तुम्हारे बदले में तो कार आ सकती हैं |