बॉस (छगन से): आज तुम फिर आधे घंटे देर से आए हो। क्या तुम्हें मालूम नहीं है कि यहां पर काम कितने बजे से शुरू होता है? छगन : मालूम नहीं सर। दरअसल मैं जब भी यहां आता हूं, लोग काम करते हुए ही मिलते हैं।
अभी एक पटाखे में चिंगारी लगाई ही थी. . की सामने से एक आंटी आती दिखीं...... सब चिल्लाने लगे आंटी पटाखा है.. आंटी पटाखा है.. आंटी पटाखा है.. आंटी मुस्कराई और बोलीं - " नहीं रे पगलों..! अब पहले जैसी बात कहां.. *** मुकदमा हारकर बाहर निकलते हुए व्यक्ति ने अपने विरोधी को चेतावनी दी,"मैं फैसले के खिलाफ आगे तक अपील करूंगा।' विरोधी: मैं वहां भी लड़ूंगा। व्यक्ति: मैं सुप्रीम कोर्ट में जाऊंगा। विरोधी: मैं वहां भी तुम्हारा स्वागत करूंगा। व्यक्ति: मैं नर्क तक तुम्हारा पीछा नहीं छोड़ूंगा। विरोधी: कोई बात नहीं, वहां मेरा वकील जाएगा।
जीवन में मुस्कुराते और हंसते रहना जरूरी है, इससे मूड और दिमाग दोनों फ्रेश रहते हैं।