पहला दोस्त (दूसरे से)- तुम यह चाकू क्यों उबाल रहे हो? दूसरा- सुसाइड करने के लिए...। पहला- तो फिर उबालने की क्या जरूरत है? दूसरा- मरने के बाद कहीं इन्फेक्शन न हो जाए इसलिए।
डॉक्टर (रोगी से)- बहुत कमजोरी है। फल खाया करो छिलके सहित। एक घंटे बाद.. रोगी- डॉक्टर साहब! मेरे पेट में बहुत दर्द हो रहा है। डॉक्टर- क्या खाया था? रोगी- नारियल छिलके सहित।
रोगी- डॉक्टर साहब! मैं ठीक तो हो जाऊँगा ना... । सुना है कई डॉक्टर मलेरिया का इलाज करते हैं तो मरीज टाइफाइड से मर जाता है। डॉक्टर- तुम चिंता मत करो! मैं जब मलेरिया का इलाज करता हूँ तो मरीज मलेरिया से ही मरता है।
रामू (डॉक्टर से)- डॉक्टर साहब! ये फूलों की माला कीस के लीए? डॉक्टर (रामू से)- ये मेरा पहला ऑपरेशन है, सफल हुआ तो मेरे लीए, नहीं तो तुम्हारे लीए।
डॉक्टर (रोगी से)- मैं अपने क्लिनिक में सात बजे के बाद नहीं बैठता हूँ। रोगी- अच्छा ! तो क्या आप रोगियों का इलाज बैठ कर नहीं खड़े होकर करते हैं।
डॉक्टर (रोगी महिला से)- आप बिलकुल मेरी तीसरी पत्नी की तरह हो ! महिला- आपकी कितनी पत्नियाँ हैं? डॉक्टर- दो!
सुधा (मनोज से)- सुनो जी, डॉक्टर ने मुझे एक महीने के आराम के लिए किसी हिल स्टेशन पर जाने को कहा है, हम कहा जाएंगे? मनोज (सुधा से)- दूसरे डॉक्टर के पास..
चमन- डॉक्टर साहब क्या आप मेरी बीमारी का पता लगा सकते हैं। डॉक्टर- हाँ! तुम्हारी आँखें बहुत कमजोर हैं। चमन- इतनी जल्दी आपको कैसे पता चला? डॉक्टर- तुमने बाहर बोर्ड पर नहीं पढ़ा कि मैं जानवरों का डॉक्टर हूँ।