भिखारी- साहब एक रुपया दे दो। साहब- कल आना कल। भिखारी- इस कल-कल के चक्कर में मेरा लाखों रुपया इस मुहल्ले में फंसा हुआ
भिखारी: अलाह के नाम पर कुछ दे दो! संता: क्या दूँ! भिखारी: जो दे सकते हो वो दे दो! संता: चल बैठ साइकल पर, तुझे जूठे देता हूँ!
भिखारी:- दादी रोटी दीजिए खाने के लिए दादी:- अभी तैयार नहीं है, बाद में आना भिखारी:- ये मेरा मोबाइल नंबर है, तैयार होते ही मिस कॉल कर देना "भिखारी rocks दादी shocks" पिक्चर अभी बाकी है मेरे दोस्त दादी:- अरे मिस कॉल क्या करना, थोड़ी देर के बाद जब रोटी बन जाएगी तो WhatsApp पर अपलोड कर दूंगी डाउनलोड करके "अब दादी rock भिखारी shock
व्यस्त रहने और जिंदगी की परेशानियों के बीच लोग हंसना, मुस्कुराना और खिलखिलाना कम कर देते हैं। इस वजह से वे मानसिक तनाव के भी शिकार हो जाते हैं।