भिखारी जनाब मैं कोई मामूली भिखारी नहीं हूँ। मैंने 'रुपये कमाने के 100 तरीके' नामक किताब लिखी है। राहगीरः तो फिर तुम भीख क्यों मांगते हो ? भिखारीः क्योंकि यह उस किताब में बताया गया सबसे आसान तरीका है!!
भिखारी भीख माँगने एक घर के दरवाजे पर पहुंचा, दस्तक दी!! अंदर से एक पैंतालीस साल की महिला आई... भिखारी:- माता जी भूखे को रोटी दो। महिला:- शर्म नहीं आती, हट्टे-कट्टे होकर भीख माँगते हो!! दो हाथ हैं, दो आँख हैं, पैर हैं, फिर भी भीख माँगते हो? भिखारी:- माता जी, आप भी खूबसूरत, गोरी-चिट्टी हैं, गजब का फिगर है और अभी आपकी उम्र ही क्या है? आप मुंबई जाकर हीरोइन क्यों नहीं बन जाती? घर पर बेकार बैठी हो!! महिला:- जरा रुको, मैं अभी तुम्हारे लिए हलवा-पूरी लाती हूँ!!
भिखारी- कोई मुझसे पूछ रहा था कि मैं कितना कमा लेता हूँ, लेकिन मैं चुप रहा। दूसरा भिखारी- क्यों? भिखारी- मुझे शक था कि वह इनकम टैक्स वाला है
व्यस्त रहने और जिंदगी की परेशानियों के बीच लोग हंसना, मुस्कुराना और खिलखिलाना कम कर देते हैं। इस वजह से वे मानसिक तनाव के भी शिकार हो जाते हैं।