पति: बाबा मेरी बीवी बहुत परेशान करती है, उसका कोई हल बताओ। बाबा: बेटा, अगर बीवी का कोई हल होता तो आज मैं मलंग ना होता।
पति: कई लोग अपना जन्मदिन अक्सर भूल जाते हैं, मगर शादी की तारीख नहीं भूलते, ऐसा क्यों? पत्नी: दुःख की घटना बहुत दिनों तक याद रहती है।
पत्नी: मैंने बीस सोमवार के उपवास किए, तब जाकर तुम्हें पाया। पति: यह सब नहीं करती तो क्या होता? पत्नी: तुमसे भी कोई गया गुजरा मिलता।
पत्नी: आज तो 5 रुपये के 3 प्याज मिल गए। पति (उत्साहित होते हुए) बोला: वो कैसे? पत्नी: 5 रुपये का 1 उसने दिया, 1 मै उठाकर भाग गई, और 1 उसने मुझे फेंक के मारा, तो वो भी उठा लाई।
पति: ऑफिस जाने की तैयारी कर रहा था और पत्नी खाना पका रही थी। पति (गुस्से में) बोला: अजी मैं कहता हूँ कि खाना कब तैयार होगा? पत्नी: दो घंटे से कह तो रही हूँ कि 10 मिनट में तैयार हो जायेगा।
पत्नी: मैं घर छोड़कर जा रही हूँ। पति गुस्से में बोला,"जान छोड़ो।" पत्नी: यह आपकी जान कहने की आदत न हमेशा मुझे रोक लेती है।.
पति: जेल में रहने से एक बड़ा लाभ है। पत्नी: वह क्या? पति: वहाँ कोई कम्बखत आधी रात को जगाकर यह नहीं कहता कि घर का दरवाजा बंद है या खुला?
शादी और सगाई के बीच में थोड़ा सा समय क्यों रखा जाता है। ताकि कोई यह न कह सके कि, "मुझे दुर्घटना से बचने का मौका नहीं दिया।"
जब आप खुश और टेंशन फ्री होते हैं तो आपका चेहरा दमक उठता है। एक छोटी सी मुस्कान किसी की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है।